हम करें राष्ट्र आराधन, तन से मन से धन से…
हम करें राष्ट्र आराधन गीत बहुत समय पहले टी.वी चैनल पर प्रसारित होेने वाले धारावाहिक चाणक्य में जन-जागरण एंव युवकों में देश भक्ति का संचार करने के लिए उपयोग में लिया गया था।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में यह गीत विभिन्न अवसरों पर एवं सामान्य शाखा में गाया जाता हैं।
संघ में विशेषतः इस गीत को गुरू पूजन के कार्यक्रम में पूजन के समय गाया जाता है इसलिए इस गीत को पूजन गीत भी कहते हैं।
तन, मन, धन और जीवन से राष्ट्र की सेवा करने की प्रेरणा इस पवित्र गीत से मिलती हैं।
श्री गुरू पूजन गीत (Ham Kare Rashtra Aaradhan RSS Song)
हम करें राष्ट्र आराधन, तन से मन से धन से।
तन-मन-धन जीवन से, हम करें राष्ट्र आराधन।।ध्रु।।
अन्तर से, मुख से, कृति से, निश्छल हो निर्मल मति से।
श्रद्धा से मस्तक नति से, हम करें राष्ट्र अभिवादन।।1।।
हम करें राष्ट्र आराधन…
अपने हंसते शैशव से, अपने खिलते यौवन से।
प्रौढ़ता पूर्ण जीवन से, हम करें राष्ट्र का अर्चन।।2।।
हम करें राष्ट्र आराधन…
अपने अतीत को पढ़कर, अपना इतिहास उलट कर।
अपना भवितव्य समझकर, हम करें राष्ट्र का चिन्तन।।3।।
हम करें राष्ट्र आराधन…
है याद हमें युग-युग की, जलती अनेक घटनायें।
जो माँ के सेवा पथ पर, आयी बनकर विपदायें।।
हमने अभिषेक किया था, जननी का अरिशोणित से।
हमने श्रृंगार किया था, माता का अरिमुण्डों से।।
हमने ही उसे दिया था, सांस्कृतिक उच्च सिंहासन।
माँ जिस पर बैठी सुख से, करती थी जग का शासन।।
अब काल चक्र की गति से वह टूट गया सिंहासन।
अपना तन-मन-धन देकर, हम करें पुनः संस्थापन।।4।।
हम करें राष्ट्र आराधन…
Hum Kare Rashtra Aradhan Youtube Video Song Free Download
चाणक्य सीरियल में प्रदर्शित हम करें राष्ट्र आराधन गीत का चलचित्र (वीडियो) प्रस्तुत हैं।
संघ में होने वाले गीत की लय इससे भिन्न है। संघ की लय अनुसार ‘‘हम करें राष्ट्र आराधन’’ गीत का वीडियो लिरिक्स के साथ प्रस्तुत हैं।
विशेष:-
- यह गीत ज्ञान गंगा प्रकाशन द्वारा प्रकाशित संघ गीत पुस्तिका के 18वें संस्करण के क्रम संख्या. 18 पृष्ठ क्रमांक. 22 पर अंकित है। गीत की लय के लिए गीत गंगा की वेबसाइट पर भी विजिट कर सकते है।
- संघ में होने वाले अनेक देश भक्ति गीत चन्दन है इस देश की माटी तपो भूमि हर ग्राम हैं व अन्य की जानकारी के लिए से RSS World Wide जुडे़ रहिए।